संवाददाता मोकीम खान
किछौछा। मोहर्रम के उपलक्ष्य में वक़्फ़ संख्या 34 उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड लखनऊ द्वारा गठित कमेटी की ओर से 12 मोहर्रम को किछौछा कब्रस्तान में स्तिथ कर्बला मैदान में लंगर तथा सबील का इंतेजाम तथा ज़िक्र ए शोहदाए कर्बला का प्रोग्राम रखा गया इस मौके पर हजारों की संख्या में जायरीन तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे है। इस जलसे को संबोधित करते हुए मौलाना मोहम्मद क़ासिम अशरफी ने कहा कि रसूल अल्लाह के मानने वाले एकजुट हों और इस्लाम की तरक्की के बारे में सोचें उन्होंने कहा कि इस्लाम कठरपंथी मजहब नहीं यहां मोहब्बत और भाईचारा है। कुर्बानी पेश करने का जज्बा है। उन्होंने कहा कि यही बात साबित करते हुए नवासा-ए-रसूल हजरत इमाम हुसैन ने अपनी व अपने साथियों के साथ राहे हक में कुर्बानी पेश की उन्होंने कहा कि कर्बला की शहादत को समाज सबक के तौर पर अपना ले तो सारी बुराइयों से पाक हो जाएगा वही मुफ़्ती मोहम्मद रिज़वान ने तकरीर की कर्बला की सरजमीं पर दुनियां की बेमिसाल कुर्बानी देने वाले हजरत इमाम हुसैन और अहलेबैत की शहादत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह इंसानियत और इंसाफ के पैरोकार थे। हक और सदाकत की राह में अपनी जान पेश करने वालों का दुनिया और इसके बाद भी नाम होता है। कर्बला के मैदान में हुई हक और झूठ की लड़ाई से शिक्षा लेते हुए अपने ईमान को मजबूत करें। सही व सीधे रास्ते पर चलें वही कार्यक्रम का संचालनकर्ता अकरम जलालपुरी सहित सोहरा इज़हार मुकद्दर किछौछावी, हेलाल टंडवी, मौलाना साहिद, जावेद हाफ़िज़, मोहम्मद आदिल, अब्दुल क़ादिर अंजुम, मोहम्मद शमी अहमद और कमेटी से जुड़े अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद कासिम अशरफि, जफरुल्ला ख़ादिम उर्फ लड्डू ख़ादिम उपाध्यक्ष सैयद यहिया, सचिव सैयद आलेमुस्तफ़ा छोटे बाबू, सह सचिव मोकीम खान, सदस्य मो अहमद खान, गौस खान, लतीफ अंसारी, सद्दाम कुरैसी, नफ़ीस खान, मोबिन, लल्लू साह,
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