संवाददाता मोकीम खान


 *मोहब्बत और भाईचारे के साथ रहना ही सूफी संदेश जाए। अज़ीज़ अशरफ*


किछौछा। हिन्दू मुस्लिम आस्था का केंद्र कहे जाने वाले सैयद मख्दूम असरफ जहाँगीर समनानी की दरग़ाह पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली के अवसर पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओ ने लाखों दीप जलाकर कर गंगा जमुनी मिशाल कायम करते हुए दीपावली की एक दूसरे को बधाई दी । दीपावली के अवसर पर मखदूम असरफ की दरगाह पर उल्लास पूर्वक मनाए गए दीप उत्सव में हिंदुओं के साथ साथ काफी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल हुए।और दरग़ाह के करीब नीर (तालाब) के किनारे आस्था का दिया जलाकर पूरे दरगाह परिसर को रोशन कर दिया।साथ ही परिवार एवं देश की खुशहाली के लिए दुआएं भी की। गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते हुए नीर किनारे लाखों की संख्या में जुटे हिंदू मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा लाखों की संख्या में जलाए गए दीपों ने प्रकृति में मनमोहक छटा बिखेर दी।दीपावली के मौके पर ना केवल पूरे दरगाह परिसर को मिट्टी के दीपकों से रोशन किया जाता है। बल्कि दरगाह परिसर को रोशनी से सजाया भी जाता है। दीप उत्सव से उत्साहित मख्दूम अशरफ इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद अज़ीज़ अशरफ ने एक दूसरे की खुशियों को बांटने का संदेश देते हुए कहा कि मोहब्बत और भाई चारे के साथ रहना ही सूफी संदेश है। उन्होंने एक दूसरों की खुशियों में शामिल होने एवं देश में अमन चैन एवं खुशहाली के लिए दुआ भी की ।इंतेजामिया कमेटी के उपाध्यक्ष सैयद जहाँगीर असरफ उर्फ गुड्डू मियाँ ने कहा कि इस तरह के त्योहारों को मनाने से समाज में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि जिस मुस्लिम का हिंदू दोस्त नहीं वह मुस्लिम अधूरा है।

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