ब्यरो रिपोर्ट जावेद अहमद सिद्दीकी
अम्बेडकरनगर। ऑल इण्डिया बज़्मे अशरफ़ के अध्यक्ष व सुफिये-मिल्लत मैगज़ीन के चीफ एडिटर एवं युवा समाजसेवी, आंदोलनकारी सैय्यद शादाब हैदर ने अपने समर्थकों के साथ आज समाजवादी पार्टी को अलविदा करते हुए पार्टी के एक बड़े नेता पर तानाशाही का आरोप लगाया है।
समाजवादी पार्टी में सक्रिय सदस्य का दावा कर रहे सैयद शादाब हैदर ने कहा कि अब समाजवादी पार्टी में समर्थकों, शुभचिंतकों व कार्यकर्ताओं की हैसियत समाप्त हो चुकी है तथा लखनऊ बैठे एक बड़े नेता पार्टी को अपनी जागीर समझते हुए तानाशाही कर रहे है।
श्री सैयद हैदर ने कहा कि विगत दिनों जिला मुख्यालय पर आयोजित पटेल जयंती समारोह में विश्व प्रसिद्ध धर्म गुरु को सम्मानित करने का वादा किया गया था लेकिन लखनऊ में बैठे तानाशाह के निर्देश पर हज़रत को बुलाया ही नहीं गया जिससे पूरा मुस्लिम समाज आक्रोशित है और एक-एक कर समाजवादी पार्टी से किनारा कर रहा है। आपको बताते चलेंकि श्री सैयद हैदर का किछौछा ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों के युवा वर्ग में काफी प्रभाव है और नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून के चुनाव में मुख्य भूमिका अदा करते हुए लगातार 3 बार विजयश्री दिलाया था। श्री सैयद हैदर ने सपा से नाता तोड़ते हुए कहा कि सपा के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किया लेकिन चापलूसी व तानाशाही रवैय्ये के कारण अब उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं है।
अम्बेडकरनगर। ऑल इण्डिया बज़्मे अशरफ़ के अध्यक्ष व सुफिये-मिल्लत मैगज़ीन के चीफ एडिटर एवं युवा समाजसेवी, आंदोलनकारी सैय्यद शादाब हैदर ने अपने समर्थकों के साथ आज समाजवादी पार्टी को अलविदा करते हुए पार्टी के एक बड़े नेता पर तानाशाही का आरोप लगाया है।
समाजवादी पार्टी में सक्रिय सदस्य का दावा कर रहे सैयद शादाब हैदर ने कहा कि अब समाजवादी पार्टी में समर्थकों, शुभचिंतकों व कार्यकर्ताओं की हैसियत समाप्त हो चुकी है तथा लखनऊ बैठे एक बड़े नेता पार्टी को अपनी जागीर समझते हुए तानाशाही कर रहे है।
श्री सैयद हैदर ने कहा कि विगत दिनों जिला मुख्यालय पर आयोजित पटेल जयंती समारोह में विश्व प्रसिद्ध धर्म गुरु को सम्मानित करने का वादा किया गया था लेकिन लखनऊ में बैठे तानाशाह के निर्देश पर हज़रत को बुलाया ही नहीं गया जिससे पूरा मुस्लिम समाज आक्रोशित है और एक-एक कर समाजवादी पार्टी से किनारा कर रहा है। आपको बताते चलेंकि श्री सैयद हैदर का किछौछा ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों के युवा वर्ग में काफी प्रभाव है और नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून के चुनाव में मुख्य भूमिका अदा करते हुए लगातार 3 बार विजयश्री दिलाया था। श्री सैयद हैदर ने सपा से नाता तोड़ते हुए कहा कि सपा के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किया लेकिन चापलूसी व तानाशाही रवैय्ये के कारण अब उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं है।
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