अम्बेडकरनगर। जिला भोजपुर(बिहार) से लेकर न्यूयार्क(यूएस) का सफर तय करने करने वाले संतोष मिश्र का सेवाभाव उन्हें यूपीएससी में लेकर आया।
एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे संतोष कुमार मिश्र के पिता फ़ौज में थे संतोष कुमार ने अपनी पढाई वहां मौजूद सरकारी स्कुल में की उसके बाद इंजीनियरिंग की पढाई करने महाराष्ट्र के पुणे शहर में गये जहाँ उन्होंने इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की और अमेरिका के न्यूयार्क शहर में शिफ्ट होकर वहां करोड़ो के पैकेज की नौकरी शुरू की और एक सपना देखा की यहाँ पैसे कमाकर अपने गृह जिले में कुछ करूँगा! कुछ वर्ष वहां रहने के बाद इनका मन गलैमर,लास एंजिल्स न्यूयार्क,वाशिंगटन डीसी जैसे शहरो से ऊब गया उन्होंने निश्चय किया कि वापस अपने देश जाऊंगा पर परिवार के हालात को देखते हुए नौकरी करते हुए यूपीएससी(सिविल सेवा) की तैयारी करने लगे. आज जहाँ हर युवा का एक सपना होता है कि विदेश में जॉब हो लाइफ स्टाइल,ग्लैमर,रुपया आदि के पीछे रहता है वहां पर एक युवा संतोष कुमार इन सबको छोड़ने का मन बना चुका था बिना कोचिंग या किसी गाइडेंस के सेल्फ स्टडी के बल पर इन्होंने 2012 में अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा में अपना मुकाम बनाया और भारतीय पुलिस सेवा में चयनित होकर वापस अपने देश एव जनता के बीच रहकर काम करने का मौका पा लिया।
संतोष कुमार मिश्र आजमगढ़,वाराणसी, मुजफ्फरनगर,सहारनपुर,इलाहाबाद में बतौर एएसपी काम किया एवं पुलिस अधीक्षक के रूप में पहला जिला अमरोहा में पोस्टेड हुए, कुछ महीने पहले जनपद अम्बेडकरनगर में जनपद के 41वें पुलिस अधीक्षक के रूप में चार्ज लिया संतोष कुमार मिश्र जनपद में आने के बाद शहर मार्च किये और ठेले,खोमचे वालो से बात करके उनकी समस्याओ को जाना एव उन्हें हल करने का प्रयास भी किया। सुबह 9 बजे आफिस में बैठकर जनता से सीधा जुड़ना पसंद करते है संतोष कुमार मिश्र की आफिस में मौजूदगी तक दरवाजे बंद नही होते जनता,आम लोग सीधा कमरे तक जाकर अपनी समस्या बता सकते है बेहद मृदुल स्वभाव के संतोष कुमार मिश्र हर फरयादी की समस्या गंभीरता से सुनते है।।
एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे संतोष कुमार मिश्र के पिता फ़ौज में थे संतोष कुमार ने अपनी पढाई वहां मौजूद सरकारी स्कुल में की उसके बाद इंजीनियरिंग की पढाई करने महाराष्ट्र के पुणे शहर में गये जहाँ उन्होंने इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की और अमेरिका के न्यूयार्क शहर में शिफ्ट होकर वहां करोड़ो के पैकेज की नौकरी शुरू की और एक सपना देखा की यहाँ पैसे कमाकर अपने गृह जिले में कुछ करूँगा! कुछ वर्ष वहां रहने के बाद इनका मन गलैमर,लास एंजिल्स न्यूयार्क,वाशिंगटन डीसी जैसे शहरो से ऊब गया उन्होंने निश्चय किया कि वापस अपने देश जाऊंगा पर परिवार के हालात को देखते हुए नौकरी करते हुए यूपीएससी(सिविल सेवा) की तैयारी करने लगे. आज जहाँ हर युवा का एक सपना होता है कि विदेश में जॉब हो लाइफ स्टाइल,ग्लैमर,रुपया आदि के पीछे रहता है वहां पर एक युवा संतोष कुमार इन सबको छोड़ने का मन बना चुका था बिना कोचिंग या किसी गाइडेंस के सेल्फ स्टडी के बल पर इन्होंने 2012 में अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा में अपना मुकाम बनाया और भारतीय पुलिस सेवा में चयनित होकर वापस अपने देश एव जनता के बीच रहकर काम करने का मौका पा लिया।
संतोष कुमार मिश्र आजमगढ़,वाराणसी, मुजफ्फरनगर,सहारनपुर,इलाहाबाद में बतौर एएसपी काम किया एवं पुलिस अधीक्षक के रूप में पहला जिला अमरोहा में पोस्टेड हुए, कुछ महीने पहले जनपद अम्बेडकरनगर में जनपद के 41वें पुलिस अधीक्षक के रूप में चार्ज लिया संतोष कुमार मिश्र जनपद में आने के बाद शहर मार्च किये और ठेले,खोमचे वालो से बात करके उनकी समस्याओ को जाना एव उन्हें हल करने का प्रयास भी किया। सुबह 9 बजे आफिस में बैठकर जनता से सीधा जुड़ना पसंद करते है संतोष कुमार मिश्र की आफिस में मौजूदगी तक दरवाजे बंद नही होते जनता,आम लोग सीधा कमरे तक जाकर अपनी समस्या बता सकते है बेहद मृदुल स्वभाव के संतोष कुमार मिश्र हर फरयादी की समस्या गंभीरता से सुनते है।।
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